• विस्तृत/संक्षेप स्तर अध्ययन एवं कार्य अनुसंधान अध्ययन।
• महिला किसानों द्वारा महिला अनुकूल उपकरणों को अपनाना और उनके जीवन पर इनका प्रभाव।
• महिला किसानों के लिए विस्तार सेवाओं की पहुँच में योजनाओं का सुधार एवं कृषक महिलाओं को मुख्यधारा में लाने संबंधित।
• किसान क्रेडिट कार्ड और महिलाओं को वित्तीय सहायता से संबंधित मुद्दे महिला किसानों को सशक्त बनाने में वित्तीय संस्थानों की भूमिका।
• आत्मा योजना की विभिन्न गतिविधियों का महिलाओं पर प्रभाव का विश्लेषण।
•प्रकाशनः
     प्रकाशितः
               कृषक महिलाओं के लिए अनुकूल उपकरण/यंत्र (द्विभाषी) (लिंक)
               महिला किसानों के लिए मित्रवत् पुस्तिका ( हिन्दी) (लिंक)
               महिला किसानों के लिए मित्रवत् पुस्तिका (अंग्रेजी ) (लिंक)
     महिला कृषि उद्यमियों पर सारांश
               पश्चिमी भारत में महिला किसानों /उद्यमियों की सफलता की कहानियां (Link)
               उत्तर-पूर्वी भारत में महिला किसानों /उद्यमियों की सफलता की कहानियां (Link)
               दक्षिणी भारत की ग्रामीण महिलाओं के प्रेरणादायक सफलता की कहानियां (Link)
               उत्तर भारत में महिला किसानों /उद्यमियों की सफलता की कहानियां (Link)
     शुरुआतः
               51 महिला किसानों की सफलता की कहानियों का संकलन।(Link)
• कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग में कृषि महिलाओं के लिए एक प्रधान संस्था होने के नाते, निम्नलिखित गतिविधियां शुरू की गई हैः
कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग, कृषि कल्याण मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट और परिणाम निर्धारण लक्ष्य से संबंधित लेख के लिए कृषि में महिलाओं से संबंधित विषयों पर अलग से अध्याय लेखबद्घ करना।(Link)
•वरिष्ठ, मध्यम और क्षेत्र विस्तार कार्यकर्ताओं को महिला संवेदीकरण मॉड्यूल एवं एकत्रित महिला संवेदीकरण पाठ्यक्रम को परिचालन करना एवं प्रशिक्षित (स्त्री-पुरूष) का ब्यौरा रखना। (Link)
•बंजर भूमि विकास और लंबी अवधि के पट्टे पर खेती/आजीविका के लिए महिला स्व. सहायता समूह, भूमिहीन कृषि महिलाओं/महिला किसानों के बीच इसके वितरण के लिए विशिष्ट दिशा-निर्देश तैयार करने के लिए राज्यों को सलाह दी गई है।
• कृषि और संबद्व क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद संस्थानों के साथ सहयोगी परियोजना विकसित की जा रही है।
• कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और अन्य मंत्रालयों/विभागों के तहत क्रियाशील विभिन्न स्कीमों/मिशनों/उपमिशनों के अन्तर्गत महिलाओं के लिए विशेष प्रावधानों और सहायता के पैकेजों का संग्रहण।
• कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, पौध संरक्षण एवं पौध संग रोधक से संबंधित, कृषि यंत्रीकरण और प्रौद्योगिकी पर उप-मिशन, उप-मिशन बीज और पौधा रोपण साम्रगी, राष्ट्रीय मिशन तिलहन एवं ऑयल, जैसी चल रही विभिन्न योजनाओं में संबंधी सूचना प्राप्त करने हेतु रिपोर्टिंग प्रारूप की महिला दृष्टि से समीक्षा की गई।
• महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए विभागों द्वारा विभिन्न योजनाओं और रणनीतियों के तहत महिला किसानों, अनुसुचित जाति / अनुसुचित जन-जाति कृषि महिलाओं को मिलने वाले लाभ (भौतिक और वित्तीय) के प्रवाह पर अलग-अलग सामग्री एकत्रित करने के लिए मंत्रालय के विभिन्न विभागों के साथ समय-समय पर समन्वय स्थापित करना।
• सचिव ( कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग) और सचिव (ग्रामीण विकास) के हस्ताक्षर से एक संयुक्त परिपत्र तैयार किया गया है और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ग्रामीण विकास मंत्रालय और कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग, कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय की योजनाओं/कार्यक्रमों/विशेष कार्यों के संमिलन हेतु जारी किया गया है। (Link)
• कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग में कृषि महिलाओं के लिए एक प्रधान संस्था होने के नाते, निम्नलिखित गतिविधियां शुरू की गई हैः
• ग्रामीण विकास मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित विभिन्न नई योजनाओं के लिए कैबिनेट टिप्पणी मसौदा की कृषि महिलाओं के दृष्टिकोण से जांच करना।
• महिला मित्रवत उपकरणों/प्रौद्योगिकियों का महिलाओं के बीच व्यापक प्रचार करने और इनकी लोकप्रियता और अंगीकरण से संबंधित आंकड़े एकत्रित करने के लिए केन्द्रीय कृषि संस्थान (सी.आई.ए.ई.) भोपाल, महिला किसान अनुसंधान निदेशालय, (टी.आर.डब्ल्यू.ए.) भुवनेश्वर और राज्य कृषि विश्वविद्यालय के समन्वय स्थापित करना।
• महिलाओं के कल्याण और सामाजिक आर्थिक विकास के लिए समन्वित प्रयासों के जरिए अंतर-क्षेत्रीय संमिलन के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ तालमेल स्थापित करना।
• महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना और स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार कौशल विकास योजना के तहत विशेष परियोजना की मंजूरी और अनुमोदन के लिए परियोजना अनुमोदन समिति के साथ विचार सांझा करना।